FACTS ABOUT HANUMAN CHALISA REVEALED

Facts About hanuman chalisa Revealed

Facts About hanuman chalisa Revealed

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युग सहस्त्र जोजन पर भानु का अर्थ क्या है? हनुमान चालीसा में सूर्य की दूरी और वैज्ञानिक तथ्यों का रहस्य

बुरी आत्माओं से मुक्ति के लिए, शनि के प्रकोप से बचने हेतु हनुमान चालीसा का पाठ करें

भावार्थ – हे हनुमान जी! [जन्म के समय ही] आपने दो हजार योजन की दूरी पर स्थित सूर्य को [कोई] मीठा फल समझकर निगल लिया था।

व्याख्या – श्री हनुमान जी को उनकी स्तुति में श्री लक्ष्मण–प्राणदाता भी कहा गया है। श्री सुषेण वैद्य के परामर्श के अनुसार आप द्रोणाचल पर्वत पर गये, अनेक व्यवधानों एवं कष्टों के बाद भी समय के भीतर ही संजीवनी बूटी लाकर श्री लक्ष्मण जी के प्राणों की रक्षा की। विशेष स्नेह और प्रसन्नता के कारण ही किसी को हृदय से लगाया जाता है। अंश की पूर्ण परिणति अंशी से मिलने पर ही होती है, जिसे श्री हनुमन्तलाल जी ने चरितार्थ किया।

tumaTumaYou rakshakaRakshakaProtect kāhūKāhūWhy? or of whom daranāDaranāBe afraid This means: Getting refuge in you a person finds all contentment and Pleasure; you’re the protector, why be feared?.

बल बुधि बिद्या देहु मोहिं हरहु कलेस बिकार॥

बल बुद्धि बिद्या देहु मोहिं, हरहु कलेस बिकार॥

It's also possible to learn about The key click here health and fitness and wealth advantages of looking through, chanting and reciting it day by day if carried out with devotion and adore.

राम काज करिबे को आतुर ॥७॥ प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया ।

Some time following this party, Hanuman starts applying his supernatural powers on innocent bystanders as very simple pranks, right up until at some point he pranks a meditating sage.

Just one who involves You with any longing or a sincere motivation obtains the abundance in the manifested fruit, which remains undying in the course of existence.

Hanuman Chaleesa is actually a devotional track dedicated to Lord Hanuman. It is actually recited to obtain distinct and targeted head with filled with Vitality and focus.

क्या चलते-फिरते हनुमान चालीसा पढ़ सकते हैं?

भावार्थ – जो प्राणी वीरश्रेष्ठ श्री हनुमान जी का हृदयसे स्मरण करता है, उसके सभी संकट दूर हो जाते हैं और सभी प्रकार की पीड़ाएँ समाप्त हो जाती हैं।

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